Saturday, May 17, 2014

संगीत संध्या

17.05.2014 ( Sat ) I performed in 'Sangeet Sandhya' organised by Kalakriti Sanstha at Kalidas Rangalay,Patna

1. गीत मैं लिखता जो अपने चित्र बन जाते तुम्हारे,

भाव हो तुम कल्पना तुम शब्द हो तुम सप्त स्वर तुम। 

लय तुम्हीं प्रति छंद हो तुम सहज काव्य श्रृंगार हो तुम ,

रंग हो तुम रूप भी तुम रेख की प्रति गति तरल तुम ।

2.मधुबन में राधिका नाचे रे.......

On Harmonium :- Kumar Nishant
On Tabla:- Mr. Shantanu Roy—

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